खरसोद कला में मालवीय रजक समाज द्वारा भागवत कथा का आयोजन।
सिंगाजी समाचार
सालगरामदास बैरागी
बड़नगर। तहसील गांव खरसोद कला में मालवीय रजक समाज द्वारा एक भव्य भागवत कथा का आयोजन किया गया इस कथा में राष्ट्रीय कथा वाचक प्रज्ञा वैष्णव प्रिया द्वारा वाचन किया गया भागवत कथा को सुनने के लिए हजारों की तादाद में सनातन धर्म के लोग कथा सुनने पहुंचे कथा वाचक प्रज्ञा वैष्णव प्रिया उन्होंने बताया भागवत गीता हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथों में से एक है, जो भगवान कृष्ण और अर्जुन के बीच के संवाद को दर्शाती है। इसका अर्थ है "भगवान की गीता" या "ईश्वर गीता में भगवान कृष्ण अर्जुन को जीवन के मार्गदर्शन और आत्म-साक्षात्कार के बारे में उपदेश देते हैं।गीता का मुख्य संदेश यह है कि जीवन में अपने कर्तव्यों को निष्ठा और समर्पण के साथ पूरा करना चाहिए, बिना फल की आशा के।वही मालवीय रजक समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले पंकज बारिया द्वारा बताया गया आज हमारे और हमारे समाज का सौभाग्य है जो दीदी द्वारा भागवत कथा द्वारा जो श्री कृष्णा और अर्जुन के बारे में बताया गया समाज जन बड़े ध्यान पूर्वक सुनकर उसका अमल कर रहे थे,भागवत कथा वाचक प्रज्ञा वैष्णव प्रिया द्वारा बताया गया सनातनियों का महत्व और समाज को एक नई दिशा में बढ़ाने का संदेश।