नर्मदा कुंज संघ कार्यालय का हुआ भव्य लोकार्पण

सोमवार क़ो भैरुंदा नगर के स्वप्न सिटी कॉलोनी मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला बुधनी के संघ कार्यलय नर्मदा कुंज जिसका कार्य विगत दो वर्षो से चल रहा था,केशव माधव स्मृति न्यास द्वारा भूमि पूजन 1 फ़रवरी 2023 क़ो संतो के सानिध्य मे हुआ था। जिसका भव्य लोकार्पण महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 ईश्वरानन्द महाराज महर्षि उत्तम स्वामी एवं महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 संत केशवदास महाराज के सानिध्य एवं विशेष अतिथि मा. प्रान्त संघचालक,मध्यभारत प्रान्त अशोक पांडे के उपस्थिति मे हुआ।कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीपप्रजलित हुआ।उसके तत पश्चात् वृक्षारोपण एवं अतिथियो का साल श्रीफल से स्वागत कर किया।
कार्यक्रम मे बड़ी संख्या मे मातृशक्ति,स्वयंसेवक बंधु इस अवसर पर मौजूद रहे।
मा.अशोक पांडे ने संघ एवं हिन्दू समाज को एक सूत्र में पिरोने का कार्य करता है.यह कार्य हमारा निरंतर चलते रहना चाहिये 'संघ कार्य का विस्तार हो' इस लक्ष्य को लेकर आज संघ के सभी स्वयंसेवक गांव-गांव तक संघ कार्य को पहुंचाने में लगे हुए हैं।हमे परिवार के साथ मिलकर भोजन व भजन साथ करना चाहिए। समाज की वर्तमान स्थिति व इतिहास के बारे मे विस्तृत जानकारी दी एवं नवीन संघ कार्यलय की विशिष्ट भूमिका के बारे मे बताया।
महर्षि उत्तम स्वामी महाराज ने संघ कार्यलय को शिवलाय,देवालय कहा हमारी जीवनदायनी नर्मदा नदी है इसके चारो और हम निवास मे करते है इसलिए कार्यालय का नाम नर्मदा कुंज रखा है और समाज से आग्रह किया आज समाज क़ो संस्कारवान होने की व संघ से जुड़ने की आवश्कता है राष्ट्र क़ो उन्नति के शिखर पर ले जाने के लिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिन्दू समाज क़ो एकजुट करने के लिये लगातार एक शतक से कार्य कर रहा है। और विगत दिनों पहलगाम मे आतंकी हमले की कड़ी निंदा की।
*नर्मदा कुंज संघ कार्यलय 4400 वर्ग फुट क्षेत्र में बना हुआ है*
नवीन संघ कार्यालय में आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक भारतीय वास्तुकला का संयोजन किया गया है। 4400 वर्ग फुट में बना हुआ है इस भवन मे 5कक्ष, एक हाल,किचिन,अथिति कक्ष,पुस्तकालय,वस्तु भंडार है जिसको अलग अलग कक्षो का नर्मदा नदीयों के नाम से रखा है। जैसे - ताप्ती,गोमती,सरस्वती,गंगा, यमुना,विजयासन सभा ग्रह हाल है।
इस भव्य भवन का निर्माण दान दाताओ से हुआ है,जिसमें 1250 से अधिक लोगों ने अपना योगदान दिया। निर्माण कार्य में 2 वर्ष लगे।