परिषद के पास प्रशिक्षित अमला नहीं है - सीएमओ भैरूंदा।

अध्यक्ष की उदासीनता के चलते नगर परिषद गैरजिम्मेदार।

सीहोर जिले के भैरूंदा तहसील में 19 अप्रैल को अज्ञात कारणों से एक दुकान में आग लगी थी जिसकी सूचना मिलते ही नगर परिषद की दमकल घटना स्थल पर पहुंची लेकिन स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि फायर ब्रिगेड खराब थी पाइप फटा हुआ था जिसके चलते आग आग बुझाने में देरी हुई तब तक आग एक दुकान से दूसरी दुकान और तीसरी दुकान में भी फैल गई। भैरूंदा में आग की जानकारी लगते ही हरदा, इछावर, सीहोर, आष्टा, बुधनी, टिमरनी और अन्य दमकल भैरूंदा पहुंची और आस पास की ग्रामपंचायतों के टैंकर भी आग बुझाने पहुंचे और आग पर काबू पाया गया लेकिन तब तक बहुमंजिला दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गई और व्यापारियों का लाखो का नुकसान हो गया। नगर के व्यापारियों और आम जन में नगर परिषद की अनियमितताओं को लेकर आक्रोश था उनका कहना है अगर फायर ब्रिगेड सही होती तो इतनी आग लगती ही नहीं व्यापारी ने बताया फायर ब्रिगेड बहुत देर से आई और जब पहुंची तो कभी पाइप फटा हुआ है तो कभी डीजल खत्म कभी पानी खत्म। अक्रोशित व्यापारियों ने नगर अध्यक्ष से इस्तीफे की मांग भी की थी।

विधायक रमाकांत भार्गव ने दिया था उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन।

नगर भैरूंदा में विकराल आगजनी में नगर परिषद की लापरवाही की शिकायत के बाद आगजनी के अगले ही दिन विधायक रमाकांत भार्गव ने इस घटना पर दुख जताते हुए इस घटना की उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन नगर को दिया था और कहा था की दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी और प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जाएगी लेकिन आज एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी किसी किसी प्रकार की जांच किसी भी अधिकारी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया और जब भेरूंदा एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी से पूछा गया की आगजनि घटना की जांच कहां तक पहुंची है तो उन्होंने कहा की उच्च स्तरीय जांच की कोई बात नहीं है उन्होंने विधायक रमाकांत भार्गव के द्वारा दिए गए आश्वासन को सिरे से नकार दिया।

सीएमओ की उदासीनता के चलते हुई लापरवाही,,,

नगर परिषद सीएमओ से जब फायर ब्रिगेड ड्राइवरों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा हमारे पास प्रशिक्षित फायर ब्रिगेड अमला नही है डेलीवेज वैतनिक कर्मचारियों से ही काम करवाया जाता है। जबकि मुख्य ड्राइवर फायर मेन के पद पर लक्ष्मीनारायण पवार कार्यरत है लेकिन उनको अन्य कार्य के प्रभार दे रखे है। इस तरह की लापरवाही के चलते एक छोटी सी आग ने विकराल रूप लिया और तीन बहुमंजिला दुकानें जलकर खाक हो गई लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ आज तक न कोई जांच हुई न ही किसी प्रकार की कारवाही की गई।

कांग्रेस नेताओ और कार्यकर्ताओं ने जमकर की नारेबाजी,,,

नगर भैरूंदा में पिछले दिनों हुए विकराल अग्निकांड के बाद प्रशासन ने अभी तक कोई उचित कार्यवाही नहीं की न ही कोई उच्चतरीय जांच हुई इसी के विरोध में कांग्रेस नेताओ और कारकर्ताओ द्वारा तहसील प्रांगण में धरना प्रदर्शन कर उचित कार्यवाही की मांग की। वही कांग्रेस नेताओ ने कहा की अगर दोषियों के खिलाफ कायवाही नहीं हुई तो हम धरना देकर यही बैठेंगे। वही कांग्रेस नेता विक्रम मस्ताल ने कहा की अधिकारी बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहे है वही उन्होंने जिला कलेक्टर को आड़े हाथ लेते हुए कहा की पराली जलाने पर किसानों से जुर्माना बसुलते हुए खुद ही अपनी पीठ थपथपा लेते है लेकिन नगर परिषद की लापरवाही के चलते किसानों और व्यापारियों के लाखो के नुकसान पर भी कोई जांच नहीं और न ही अभी तक किसी दोषी के विरुद्ध कोई उचित कारवाही की गई। साथ ही उन्होंने फायर ब्रिगेड की ऑडिट को लेकर भी नगर परिषद पर आरोप लगाया की न ही उनके पास फायर ब्रिगेड की गाड़ी का फिटनेस है न ही कोई ऑडिट हुआ है।

न्यूज़ सोर्स : दैनिक सिंगाजी समाचार ब्यूरो सीहोर राजेश पंवार