ऑपरेशन सिंदूर पर TMC नेता का बयान बना सियासी बवंडर, पार्टी ने जताई असहमति
एक ओर जहां ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान भारत पर तीखे हमले बोल रहा है, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां भी इससे अछूती नहीं हैं. वो भी इसको लेकर लगातार सरकार पर निशाना साध रही हैं. तृणमूल कांग्रेस के नेता नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक विवादित बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह बीजेपी की तरफ से शुरू किया गया एक युद्धोन्माद था.
बीजेपी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने चक्रवर्ती के खिलाफ अब FIR दर्ज करवाई है, जिसमें उनके ऊपर आरोप लगाया है कि उन्होंने सशस्त्र बलों की वीरता को कम आंका है.
TMC फैला रही राष्ट्रविरोधी लहर
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने TMC पर निशाने साधते हुए कहा कि चक्रवर्ती की तरफ से दी गई टिप्पणी से यह पता चलता है कि तृणमूल कांग्रेस किस हद तक पश्चिम बंगाल में राष्ट्रविरोधी जहर फैलाने की कोशिश कर कर ही है. उन्होंने कहा कि तरह कि टिप्पणी अपमानजनक और निंदनीय है.
‘पाकिस्तान की चिंता है तो वहीं चले जाएं’
आसनसोल क्षेत्र के बीजेपी विधायक जितेंद्र तिवारी ने इस विवादित टिप्पणी को लेकर कहा कि अगर चक्रवर्ती को पाकिस्तान की इतनी ही चिंता है तो वह पाकिस्तान चलें जाएं और वहीं जमीन खरीदकर बस जाएं. इसके आगे बीजेपी विधायक ने TMC पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर इसी बात को कोई और कहता तो अब तक टीएमसी ने उसके खिलाफ एफआईआर करवा दी थी. लेकिन जब मामला उनकी पार्टी का होता है तो वह बिल्कुल चुप बैठ जाती है और कार्रवाई करने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता.
NIA जांच की मांग
चक्रवर्ती के विवादित बयान को लेकर विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि मैं NIA से आग्रह करता हूं कि वो तेजी से कार्रवाई करे और तथ्यों का पता लगाने के लिए नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती को बुलाए. भारत के लोगों को उनके बयानों के पीछे की सच्चाई जानने का अधिकार है और यह भी कि क्या वे किसी बड़े नेटवर्क की ओर इशारा कर रहे हैं.
इसके आगे उन्होंने कहा कि विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती का ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जो भाषण दिया है वो गंभीर सवाल उठता है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. ऐसे बयानों की तत्काल जांच की मांग की जाती है.
बयान को लेकर TMC की प्रतिक्रिया
TMC की वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने चक्रवर्ती के विवादित बयान को लेकर कहा कि पार्टी इस बयान का समर्थन नहीं करती है, यह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है. हमारी सीएम ममता बनर्जी और वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि टीएमसी ऑपरेशन सिंदूर पर कोई राजनीतिक बयान नहीं देगी, न ही राष्ट्र के हित में ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित किसी भी बहस या आलोचना में भाग लेगी, लेकिन हम देखते हैं कि बीजेपी नेता राजनीतिक लाभ हासिल करना चाह रहे हैं.