नीलकंठ घाट पर दर्दनाक हादसा: दो चचेरे भाई नर्मदा में डूबे, एक की मौत

16 वर्षीय नेहा केवट ने बचाई एक युवक की जान
भैरूंदा (सीहोर)। सोमवार सुबह नीलकंठ घाट पर अस्थि विसर्जन के लिए आए एक परिवार समय उस वक्त मातम में बदल गया, जब नर्मदा में स्नान करते समय दो चचेरे भाई डूब गए। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक को 16 वर्षीय नेहा केवट ने अपनी बहादुरी से बचा लिया।
इछावर थाना क्षेत्र के यादवपुरा गांव से एक परिवार अस्थि विसर्जन के लिए नीलकंठ घाट पहुंचा था। परिवार के 20 सदस्य पूजन में व्यस्त थे, तभी दो चचेरे भाई – सोबाल धनगर (20) और धरम धनगर (17) – नर्मदा में स्नान के लिए उतर गए। दोनों कपड़े पहने हुए ही नदी में कूद गए और गहरे पानी में चले जाने के कारण तेज बहाव में बहने लगे।
नेहा केवट की बहादुरी
नीलकंठ गांव की रहने वाली नेहा केवट (16 वर्ष) पास में ही नाव चला रही थी। उसने जब दोनों युवकों को डूबते देखा, तो बिना समय गंवाए अपनी नाव लेकर मौके पर पहुंची। नेहा ने धरम धनगर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन तब तक सोबाल धनगर डूब चुका था।
या है।”
स्थानीय गोताखोरों की मदद से मिला शव
घटना की सूचना मिलते ही नीलकंठ ग्राम पंचायत के सरपंच संतोष वर्मा ने पुलिस को सूचित किया। भैरूंदा थाना प्रभारी घनश्याम सिंह दांगी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। स्थानीय 10 गोताखोरों की मदद से करीब 90 मिनट की मशक्कत के बाद सोबाल धनगर का शव नदी से बरामद किया गया। शव मछली पकड़ने के लिए डाले गए एक जाल में फंसा मिला।
थाना प्रभारी का बयान
थाना प्रभारी घनश्याम सिंह दांगी ने बताया, “इछावर के यादवपुरा से अस्थि विसर्जन के लिए परिवार आया था। दो युवक नहाने के दौरान डूब गए। स्थानीय युवती नेहा केवट ने साहस दिखाते हुए एक युवक को बचाया, जबकि दूसरे का शव बाद में बरामद किया गया। पुलिस ने मामले में आवश्यक कार्रवाई कर शव को परिजनों को सौंप दिया है।”