राजेश पंवार 

दैनिक सिंगाजी समाचार 

जिला ब्यूरो सीहोर एम पी 

 

 

मामला सीहोर जिले की तहसील भैरूंदा से लगे नर्मदा घाटों जैसे

सीलकंठ, सातदेब, अंबा, बड़गांव, और अन्य ग्राम जो नर्मदा किनारे पर स्थित है जहा रेत माफियाओं द्वारा अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा है। जिसकी सूचना पहले भी प्रशासन को खबरों के माध्यम से दी गई। लेकिन न ही राजस्व विभाग और न ही माइनिंग विभाग द्वारा कोई कारवाही की गई।

जब बार बार प्रशासन का ध्यान इस अवैध उत्खनन की ओर ले जाने की कोशिश की गई। भैरूंदा राजस्व विभाग और माइनिंग अधिकारी को अवैध उत्खनन और परिवहन के बारे में वीडियो और फोटो द्वारा जानकारी दी गई। लेकिन न ही माइनिंग अधिकारी द्वारा कोई ठोस कदम उठाया गया और न ही राजस्व विभाग द्वारा कोई कार्यवाही अभी तक देखने को मिली।

 

अवैध उत्खनन को रोकने के लिए रेत माफियाओं द्वारा बनाई गई लंबी लंबी लीडो को तोड़ने की बात भी राजस्व विभाग द्वा।रा कही गई। लेकिन आज तक एक भी कार्यवाही इन लीड को लेकर की गई। 

 

अवैध उत्खनन की खबर चलाने के बाद सीहोर माइनिंग की गाड़ी पिछले तीन दिनों से लगातार भैरूंदा क्षेत्र में चक्कर लगा रही है लेकिन सिर्फ खाना पूर्ति के लिए उन्हें न तो नर्मदा में बनी इस पार से लेकर उसपार तक की लीड नजर आती है और न ही रेत के अवैध भंडारण और न ही बीच नदी में लगी पनडुब्बी मशीनें।

रात के अंधेरे में चल रहा धड़ल्ले से अवैध उत्खनन और परिवहन

जानकारी अनुसार सांठ गांठ के चलते रात में चल रही पनडुब्बी, प्रोकलम, जेसीबी अन्य मशीनें जिनसे नर्मदा को किया जा रहा छल्ली छल्ली।